कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें? How to lower cholesterol?

कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें? How to lower cholesterol?

कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें? How to lower cholesterol?


आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी और अनियमित खान-पान ने कोलेस्ट्रॉल की समस्या को आम बना दिया है। बहुत अधिक तला-भुना खाना, बैठे-बैठे घंटों काम करना और तनावपूर्ण जीवनशैली से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर बढ़ जाता है, जिससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी रहता है। लेकिन घबराइए नहीं, आयुर्वेद और प्राकृतिक उपायों में ऐसे कई रामबाण इलाज मौजूद हैं जिनसे बिना दवा के भी कोलेस्ट्रॉल को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। तो चलिए इस लेख में आगे जानते हैं कि कोलेस्ट्रॉल क्या होता है, क्यों बढ़ता है और कोलेस्ट्रॉल कम करने के प्रभावी एवं प्राकृतिक तरीके क्या हैं।

कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें? How to lower cholesterol?


कोलेस्ट्रॉल क्या है?

कोलेस्ट्रॉल एक फैट जैसा पदार्थ है जो हमारे शरीर की कोशिकाओं में पाया जाता है। यह हार्मोन बनाने, पाचन में सहायता करने और विटामिन D के निर्माण में मदद करता है।


शरीर में कोलेस्ट्रॉल क्यों बढ़ता है?

गलत खान-पान:

फास्ट फूड, अधिक तेल और घी वाले खाने से कोलेस्ट्रॉल तेजी से बढ़ता है।


शारीरिक निष्क्रियता:

जो लोग दिनभर बैठे रहते हैं या व्यायाम नहीं करते, उनमें कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की संभावना अधिक होती है।


मानसिक तनाव और धूम्रपान:

तनाव और धूम्रपान न केवल दिल को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी बिगाड़ते हैं।

हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण:

सीने में दर्द,

थकावट जल्दी होना,

सांस लेने में तकलीफ,

पैरों में झुनझुनी,

अचानक ब्लड प्रेशर बढ़ना,

नोट: अक्सर कोलेस्ट्रॉल के लक्षण स्पष्ट नहीं होते, इसलिए समय-समय पर जांच कराते रहना जरूरी है।


कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए रामबाण घरेलू उपाय:


लहसुन का सेवन:

लहसुन कोलेस्ट्रॉल घटाने में एक अचूक घरेलू उपाय है। इसमें मौजूद एलिसिन तत्व शरीर में जमा खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ावा देता है। रोज सुबह खाली पेट 1-2 कच्ची लहसुन की कलियां चबाने से रक्त संचार बेहतर होता है और धमनियों की सफाई होती है। लहसुन हृदय रोगों की संभावना को भी घटाता है। इसे खाने से ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। आप इसे कच्चा खा सकते हैं या दूध में उबालकर भी ले सकते हैं। नियमित सेवन से एक महीने में फर्क दिखने लगता है।


आंवला – प्राकृतिक टॉनिक:

आंवला विटामिन C से भरपूर एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो कोलेस्ट्रॉल को नेचुरल तरीके से कम करता है। यह लीवर को स्वस्थ रखता है और फैट मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल नहीं जमता। रोजाना खाली पेट एक आंवला खाना या उसका रस पीना बहुत लाभकारी होता है। यह धमनियों को साफ करता है और दिल को मजबूत बनाता है। आंवले का सेवन त्वचा, बाल और पाचन के लिए भी फायदेमंद होता है। इसका चूर्ण, मुरब्बा या जूस किसी भी रूप में सेवन किया जा सकता है।


मेथी दाना:

मेथी दाना एक औषधीय गुणों से भरपूर बीज है जो कोलेस्ट्रॉल और शुगर दोनों को कंट्रोल करता है। इसमें घुलनशील फाइबर होता है जो खून में मौजूद अतिरिक्त फैट को सोख लेता है और शरीर से बाहर निकाल देता है। रात को एक चम्मच मेथी दाना पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट चबाने से फायदा होता है। यह लीवर को डिटॉक्स करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। नियमित उपयोग से यह धीरे-धीरे LDL को घटाता है और HDL को संतुलित करता है। इसका पाउडर सब्जी या दाल में भी डाला जा सकता है।


अलसी के बीज:

अलसी के बीज (Flaxseeds) में ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाने में बहुत कारगर होता है। यह हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक है और ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करता है। रोजाना एक चम्मच अलसी पाउडर या साबुत बीज पानी के साथ सेवन करें। इसे दही, सलाद या स्मूदी में मिलाकर भी खाया जा सकता है। अलसी शरीर की सूजन को भी कम करती है और वजन घटाने में मदद करती है। इसे भूनकर पीस लेना ज्यादा फायदेमंद रहता है।


ग्रीन टी और गुग्गुल:

ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाते हैं। दिन में दो बार ग्रीन टी पीने से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में रहता है। वहीं गुग्गुल एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो विशेष रूप से हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए प्रयोग होती है। यह लीवर की कार्यक्षमता को बढ़ाती है और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करती है। गुग्गुल का सेवन टैबलेट या चूर्ण के रूप में किया जा सकता है, लेकिन इसे डॉक्टर की सलाह से ही लें। दोनों का संयोजन दिल को मजबूती देता है।

कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें? How to lower cholesterol?


कोलेस्ट्रॉल घटाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय:


त्रिफला चूर्ण:

त्रिफला चूर्ण तीन औषधीय फलों – आंवला, हरड़ और बहेड़ा से बना होता है, जो मिलकर शरीर की गहराई से सफाई करते हैं। यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है और लीवर की कार्यक्षमता बढ़ाता है जिससे फैट मेटाबॉलिज्म सुधरता है और कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। त्रिफला चूर्ण में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की सूजन को घटाते हैं और धमनियों में फैट जमा होने से रोकते हैं। इसे रोज रात सोने से पहले एक चम्मच गुनगुने पानी या शहद के साथ लेने से लाभ होता है। यह मोटापा घटाने और डायबिटीज में भी उपयोगी है।


अर्जुन की छाल:

अर्जुन की छाल (Arjuna Bark) हृदय की सेहत के लिए आयुर्वेद में सबसे शक्तिशाली औषधियों में मानी जाती है। इसमें कोएंजाइम Q10 जैसे तत्व पाए जाते हैं जो हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं और कोलेस्ट्रॉल को संतुलित रखने में मदद करते हैं। अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाकर रोज सुबह पीने से ब्लड प्रेशर और LDL कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है। यह धमनियों को साफ रखती है और ब्लॉकेज से बचाती है। अर्जुन की छाल को पानी में उबालकर या चूर्ण के रूप में लिया जा सकता है। इसके नियमित सेवन से हृदय रोगों का खतरा भी घटता है।


डाइट प्लान – क्या खाएं और क्या न खाएं?

खाने योग्य चीजें:

ओट्स और दलिया,

हरी सब्जियां और फल,

जैतून का तेल,

बादाम, अखरोट,

मछली (ओमेगा-3 फैटी एसिड स्रोत),


परहेज करने योग्य चीजें:

तली हुई चीजें,

रेड मीट,

बेकरी उत्पाद (क्रीम, पेस्ट्री),

पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड,

मीठा और शुगर ड्रिंक्स,


कोलेस्ट्रॉल घटाने के लिए योग और व्यायाम:


प्राणायाम:

प्राणायाम श्वास पर नियंत्रण रखने की विधि है जो शरीर के भीतर की सफाई करता है। खासतौर पर अनुलोम-विलोम, कपालभाति और भस्त्रिका प्राणायाम करने से ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित होता है। यह तनाव कम करता है, जिससे हार्ट हेल्थ बेहतर होती है। रोज़ 15-20 मिनट प्राणायाम करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज होता है और फैट जमने से बचाव होता है।


नियमित पैदल चलना:

हर दिन 30 से 45 मिनट की तेज़ चाल में पैदल चलना कोलेस्ट्रॉल घटाने का सरल और असरदार तरीका है। यह शरीर में जमा खराब वसा (LDL) को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाता है। साथ ही दिल मजबूत बनता है और ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है। नियमित चलने से मोटापा भी नियंत्रित रहता है जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलन में रखने में मदद करता है।


सूर्य नमस्कार:

सूर्य नमस्कार एक संपूर्ण योग अभ्यास है जिसमें 12 योगासनों का समावेश होता है। यह शरीर की मांसपेशियों को सक्रिय करता है, पाचन को सुधारता है और वसा को कम करता है। नियमित रूप से सूर्य नमस्कार करने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी आती है और दिल की सेहत बेहतर होती है। यह ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है और शरीर को डीटॉक्स करता है। दिन में 5 से 10 राउंड सूर्य नमस्कार करना बहुत लाभकारी होता है।


मेडिकल सलाह कब लें?

अगर घरेलू उपायों से कोलेस्ट्रॉल कम न हो रहा हो, या आपको पहले से दिल की बीमारी हो, तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें और आवश्यक दवाइयों का सेवन करें।

कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें? How to lower cholesterol?


कुछ जरूरी लाइफस्टाइल बदलाव:

समय पर खाना खाना,

नींद पूरी लेना (कम से कम 7-8 घंटे),

धूम्रपान और शराब से दूरी बनाना,

तनाव कम करना – मेडिटेशन करें,

हेल्थ चेकअप नियमित कराना,


निष्कर्ष:

कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखना उतना मुश्किल नहीं जितना हमें लगता है। बस थोड़ी सी सतर्कता, सही खान-पान, और नियमित व्यायाम से हम न सिर्फ इसे कम कर सकते हैं बल्कि दिल की बीमारियों से भी खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। रामबाण उपाय जैसे लहसुन, आंवला, मेथी और योग के माध्यम से आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।


अस्वीकरण:

यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें बताए गए घरेलू, आयुर्वेदिक उपाय या योगिक अभ्यास किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं हैं। और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोलेस्ट्रॉल से जुड़ी किसी भी समस्या में दवा शुरू करने, बदलने या रोकने से पहले अपने डॉक्टर या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें। हर व्यक्ति की शारीरिक स्थिति अलग होती है, इसलिए कोई भी उपाय शुरू करने से पहले व्यक्तिगत स्वास्थ्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखना आवश्यक है। अधिक जानकारी के लिए स्वास्थ्य सुझाव और जानकारी की अस्वीकरण नीति को पढ़ें। लेख को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद।


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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):

कोलेस्ट्रॉल जड़ से खत्म कैसे करें?

कोलेस्ट्रॉल को जड़ से खत्म करने के लिए जीवनशैली में बदलाव जरूरी है। रोजाना व्यायाम करें, फाइबर युक्त भोजन जैसे ओट्स, फल, और सब्जियाँ खाएं। तले-भुने और प्रोसेस्ड फूड से परहेज करें। आंवला, लहसुन, और अलसी का नियमित सेवन करें। धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं। वजन नियंत्रित रखें और तनाव कम करें। ये उपाय कोलेस्ट्रॉल को प्राकृतिक रूप से कम कर सकते हैं।

बिना दवा के कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें?

बिना दवा के कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए संतुलित आहार और व्यायाम जरूरी है। ओमेगा-3 से भरपूर चीजें जैसे अलसी, अखरोट, मछली खाएं। रोज 30 मिनट टहलें या योग करें। रोज सुबह खाली पेट गर्म पानी या नींबू पानी पिएं। लहसुन और आंवला का सेवन करें। मीठा, जंक फूड, और तले भोजन से बचें। भरपूर पानी पिएं और तनावमुक्त जीवन जिएं।

क्या गर्म पानी पीने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है?

हां, गर्म पानी पीने से पाचन तंत्र सुधरता है और फैट बर्निंग तेज होती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने में मदद मिलती है। सुबह खाली पेट गर्म पानी में नींबू मिलाकर पीने से शरीर डिटॉक्स होता है और बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) घटता है। हालांकि, केवल गर्म पानी से कोलेस्ट्रॉल पूरी तरह खत्म नहीं होता, इसके साथ सही खानपान और एक्सरसाइज भी जरूरी है।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर क्या न खाएं?

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर तले-भुने पदार्थ, घी, मक्खन, फुल-फैट दूध, रेड मीट, अंडे की जर्दी, बेकरी आइटम्स और फास्ट फूड से बचें। ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट्स युक्त चीजें कोलेस्ट्रॉल बढ़ाती हैं। नमक और चीनी का सेवन सीमित करें। कोल्ड ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड मीट और पैकेज्ड स्नैक्स से दूरी बनाएं। हेल्दी फैट और फाइबर युक्त आहार लें।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण और उपाय क्या होते हैं?

लक्षणों में सीने में दर्द, सांस फूलना, थकान, पैरों में दर्द, और आंखों के आसपास पीले धब्बे शामिल हो सकते हैं। उपायों में नियमित व्यायाम, फाइबर युक्त आहार, लहसुन, आंवला, अलसी और गर्म पानी का सेवन फायदेमंद होता है। तनाव से बचें, भरपूर नींद लें और धूम्रपान न करें। साल में एक बार कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर करवाएं।5

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