बाल क्यों झड़ते हैं? कारण एवं उपाय :
बाल क्यों झड़ते हैं? कारण एवं उपाय :
इंसान
की खूबसूरती में बालों का बहुत बड़ा योगदान होता है। लेकिन आजकल के तनाव युक्त जीवन
में असंतुलित खान-पान व बिगड़ता पर्यावरण, प्रदूषण और केमिकल युक्त हेयर प्रोडक्ट्स के कारण हमारे सिर के बालों
के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव डाला है और जो बालों के झड़ने की एक गम्भीर
समस्या बन गयी है। पूरी दुनियां में अधिकतर लोग इस समस्या से घिरे हुवे हैं। अब
जरुरी सवाल यह है कि आजकल के भागदौड़ भरे जीवन में बालों की देखभाल कैसे करें? तो इस लेख में हम जानेगें बालों के गिरने के
मुख्य कारण क्या होते है व् कुछ ऐसे महत्वपूर्ण उपायों के बारे जो बेहद फायदेमंद और
आसान भी हैं जिससे बालों के झड़ने की समस्या से निजात मिल सके।
बाल क्यों झड़ते हैं? कारण एवं उपाय :
बालों के झड़ने का कारण :
आनुवांशिक कारण:
बालों के गिरने का एक मुख्य कारण व्यक्ति के आनुवांशिक गुण से संबंधित होता है। इसमें एक जेनिटिक परिवर्तन शामिल होता है जिससे डाइहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन (DHT) हार्मोन अधिक उत्पन्न होता है। DHT बालों के फॉलिकल्स को संवेदनशील बनाता है और उनकी ग्रोथ को प्रभावित करता है। आनुवांशिक रूप से बालों के गिरने का यह कारण पुरानी पीढ़ियों से नयी पीढ़ियों में चलता आ रहा है। यह समस्या विशेष रूप से परिवार से संबंधित व्यक्तियों में होती हैं। यह आनुवांशिक परिवर्तन ज्यादातर पुरुषों में देखा जाता है लेकिन कुछ महिलाएं भी इससे प्रभावित हो जाती हैं।
एलोपेशिया एरेटा Alopecia Areata :
एलोपेशिया
एरेटा बालों के गिरने की मुख्य समस्या में से एक है। जिसमें त्वचा पर
गोलाकार चक्कर बन जाते हैं। यह एक प्रकार का रोग है जिसमें शिरा क्षेत्र में बालों
का गिरना होता है। इसमें शिरा क्षेत्र के ऊपर की त्वचा का पिगमेंट ही नष्ट हो जाता
है। जिससे उस क्षेत्र में नए बाल नहीं बढ़ते
हैं। यह पुरुषों और महिलाओं के बीच सबसे सामान्य बालों के झड़ने का कारण होता
है।
थायराइड की समस्या :
आज
के समय में महिला हो या पुरुष दोनों में थायराइड जैसी बिमारी का होना बहुत आम बात है।
यह बालों के स्वास्थ्य पर डायरेक्ट असर करता है। थायराइड असंतुलन के कारण भी बहुत
अधिक बाल झड़ने लगते है।
उम्र का बढ़ना :
उम्र
बढ़ने पर बालों का गिरना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। आमतौर पर
इससे हर व्यक्ति को इस अनुभव से गुजरना पड़ता
है। बढ़ती आयु के साथ हमारे
बालों की गुणवत्ता कम होने लगती है और ब्लड
सर्कुलेशन में कमी हो जाती है जिससे
बालों को सही से पोषण नही मिलने के कारण वे कमजोर हो जाते हैं और गिरने लगते है।
उच्च तापमान में रहने के कारण :
उच्च
तापमान में रहने से बालों का गिरना एक सामान्य समस्या हो सकती हैं। गर्मी के मौसम
में तेज
धूप और ऊचें तापमान में रहने से त्वचा पर भी असर पड़ता हैं
और सिर की चमड़ी में सूजन हो जाती हैं जिससे बालों
को आवश्यक पोषण नहीं मिल पाता है जिसके कारण बालों की जड़ कमजोर हो जाती हैं और बाल
आसानी से टूटने लगते हैं।
ऊतकों में पोषण की कमी के कारण :
ऊतकों
में पोषण की कमी के कारण भी बाल गिरने लगते हैं जो एक आम समस्या हैं। पोषण की कमी के कारण ऊतकों
को मिलने वाले आवश्यक पौष्टिक तत्वों में कमी हो जाती हैं। जैसे कि प्रोटीन, आयरन, विटामिन और मिनरल्स। ये तत्व बालों के सही विकास और बनावट के लिए महत्वपूर्ण
होते हैं। इस समस्या का समाधान करने के लिए सही आहार, पूर्ण पोषण और विटामिन-मिनरल युक्त आहार का सेवन करना
चाहिए।
हॉर्मोनल परिवर्तन होने के कारण :
हॉर्मोनल
परिवर्तन भी बालों के झड़ने का मुख्य कारण होता है। जैसे कि गर्भावस्था, प्रजनन और हॉर्मोन थेरेपी, हार्मोन्स शरीर में विभिन्न कार्यों को नियंत्रित
करने में मदद करते
हैं। हार्मोनल परिवर्तन का सीधा असर बालों के
फॉलिकल्स पर पड़ता है जिनमें
बाल उत्पन्न होते हैं और यह परिवर्तन बालों को कमजोर कर देता हैं, जिससे वे झड़ने लगते हैं।
अनेक प्रकार के रोगों के कारण :
कुछ
रोग जैसे थायराइड की समस्या और एलोपेशिया के अलावा भी किसी और तरह के चर्म रोग या केंसर जैसी बिमारी वात रोग,
अवसाद, उच्च रक्तचाप, ह्रदय की समस्याएं, संक्रमणों के कारण, और रोग प्रतिरोधक
क्षमता कमजोर होने के कारण भी बाल झड़ने लगते हैं। इसलिए हमेशा immunity system को
मजबूत बनाने वाले आहार का सेवन करें।
अत्यधिक तनाव :
अत्यधिक तनाव में रहना भी बालों के गिरने का एक मुख्य कारण होता है। क्योंकि तनाव शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। तनाव के कारण शरीर में कोर्टिसोल (स्ट्रेस हार्मोन) अधिक उत्पन्न होता है जिससे बालों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इससे बालों का टूटना शुरू हो जाता है और बाल सफेद भी होने लगते है।
बुरी आदतें :
बुरी
आदतें जैसे कि धूम्रपान करना और अत्यधिक शराब का सेवन करना भी बालों के झड़ने का
कारण होता है। इसलिए इन आदतों से हमेशा दूरी बनाकर रखें।
एलर्जी और इंफेक्शन के कारण :
त्वचा
में एलर्जी या इंफेक्शन होने से भी बाल गिरने लगते हैं। बालों के गिरने में एलर्जी
और इंफेक्शन एक सामान्य समस्या है। एलर्जी के कारण व्यक्ति को बालों के पतन की
समस्या हो सकती है जैसे कि सिकलीटीज़ जो बालों
के जड़ों में होती हैं जो उन्हें कमजोर कर देती हैं और बाल गिरने लगते है। इन
समस्याओं से बचाव के लिए व्यक्ति को सही शैम्पू, कंडीशनर और
सही हेयर केयर वाले उत्पादों का चयन करना चाहिए। अगर किसी को इन्फेक्शन की समस्या
है तो उन्हें त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।
बाल क्यों झड़ते हैं? कारण एवं उपाय :
बालों को झड़ने से रोकने के उपाय :
सही आहार का उपयोग :
बालों
के गिरने की समस्या के निदान के लिए सही आहार एक महत्वपूर्ण रोल निभाता है। बालों
को स्वस्थ रखने के लिए पोषण से भरपूर आहार लेना चाहिए। आपका आहार हेयर ग्रोथ को बढ़ाने
वाले यौगिकों से भरपूर होना चाहिए जिसमे प्रोटीन, विटामिन, खनिज तत्वों का सही से सेवन करना जरुरी हैं। बालों
की अच्छी सेहत के लिए प्रतिदिन की डाइट में प्रोटीन युक्त आहार शामिल करें जैसे कि दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्, अंडे व् दालें यह
बालों के निर्माण में मदद करते है। बालों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन्स और
मिनरल्स भी आवश्यक हैं। विटामिन E व विटामिन C और B-कॉम्प्लेक्स बालों की ग्रोथ को बढ़ाने में
मदद करते हैं। फल और सब्जियों का प्रचुर मात्रा में सेवन करें। कुछ अछे तेलों का उपयोग
भी बालों के लिए फायदेमंद होता है, जैसे कि ओलिव ऑयल, नारियल ऑयल और अखरोट ऑयल।
ग्रीन टी का सेवन :
यह
एक प्राकृतिक उपचार है जो बालों की सेहत को बनाए रखने में सहायक होता है। ग्रीन टी में पौष्टिक गुण होते हैं जैसे कि
अन्टीऑक्सीडेंट्स जो बालों को गिरने से बचाते है।
यह बालों की जड़ों को मजबूत करने में मदद करता
है। इसके अलावा ग्रीन टी में मौजूद पाली फेनोलिक यौगिक, विटामिन, मिनरल्स
और अमीनो एसिड्स भी होते है जो बालों को पोषण देते है। ग्रीन टी में Dihydrotestosterone (DHT) के खिलाफ लड़ने वाले एन्जाइम्स होते है जो हेअर फॉल को कम करने में मदद करते है।
बालों को रोज न
धोएं :
हमारी सोच ये रहती है कि हर रोज
बालों को धोने से बाल ठीक रहते है, जबकि यह सही नही है। रोज बाल धोने से बालों का नेचुरल तेल कम हो जाता है जिससे बाल
बेजान हो जाते हैं और बालों की शाइनिंग भी गायब हो जाती है। इसलिए अधिकतम एक सप्ताह में तीन-चार बार बालों को धोना
चाहिए।
माइल्ड शैम्पू का उपयोग व् ज्यादा गर्म पानी से बालों को न धोएं :
बालों पर अच्छे गुणवत्ता वाले माइल्ड शैम्पू का उपयोग करना चाहिए। सस्ते व् कैमिकल युक्त शैम्पू का उपयोग करने से बाल जल्दी टूटने लगते हैं जिस कारण धीरे धीरे गंजापन शुरू होने लगता है और बालों को ज्यादा गरम पानी से नहीं धोना चाहिए क्योंकि गर्म पानी बालों के जड़ों को कमजोर करता है। बालों की नमी भी खो जाती है और बाल कमजोर हो जाते हैं। इसलिए बाल हमेशा सामान्य पानी या हल्के गुनगुने पानी से ही धोना सही रहता है।
बालों को धोने के बाद तत्काल सुखा लें :
बालों को धोने के बाद अधिक समय तक गीला नही
रखना चाहिए। बालों को जल्दी से सुखा लेना चाहिए और
बालों को जल्दी सुखाने के लिए उच्च तापमान वाले हेयर ड्रायर का उपयोग कम करें।
बालों पर नियमित तेल लगाएं :
बालों
पर नियमित तेल लगाने से बाल मजबूत और स्वस्थ रहते है। बालों पर शुद्ध जैतून का तेल
व शुद्ध सरसों का तेल या कोकोनट ऑयल का उपयोग करना चाहिए।
प्याज के रस का उपयोग :
प्याज
का रस बालों के स्वास्थ्य के लिए एक प्राकृतिक औषधि के रूप में काम करता है। प्याज
में सल्फर, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होता हैं, जो बालों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता
हैं। प्याज के रस में मौजूद सल्फर बालों की वृद्धि और उनकी मजबूती में मदद करता
हैं। साथ ही सर की खुजली और रूखेपन को भी कम करता
है। प्याज के रस का नियमित उपयोग करने से बाल मजबूत, चमकदार और
स्वस्थ रहते हैं।
मेथी (Fenugreek) के पेस्ट का उपयोग :
मेथी
(Fenugreek) का पेस्ट बालों के गिरने की समस्या को दूर करता
है। मेथी बालों के लिए सुपरफूड माना जाता है। क्योंकि इसमें बहुत गुणकारी तत्व
पायें जाते हैं। मेथी में प्रोटीन, निकोटिनिक
एसिड व आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो बालों को मजबूत, मुलायम और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।
इसमें मौजूद लेसिथिन बालों को मोटा और चमकदार बनाए रखने में सहायक होता है। मेथी
के पेस्ट को बनाने के लिए मेथी दानों को पानी में भिगोकर उसे ब्लेंडर में पीस करके
पेस्ट बनालें। इस पेस्ट को बालों पर लगाकर 30-45 मिनट तक रखने के बाद अच्छे से धो
लें। इसे हफ्ते में दो बार करने से बालों की मजबूती और उनका गिरना कम हो जाता है।
बाल धोने के लिए बीयर का उपयोग :
बीयर
में पाये जाने वाले विटामिन B, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस और कैल्शियम बालों की मजबूती और बालों के विकास
में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बीयर में माल्ट, हॉप्स और
यीस्ट होते है। हॉप्स में आंशिक रूप से पाया जाने वाला सिलिका बालों को मुलायम
बनाए रखने में मदद करता है और बाल टूटने से बचते है। सूरजमुखी के तेल के साथ थोड़ी
बीयर मिलाएं और इसे कुछ घंटों के बाद इसे अपने बालों में 10 से 15 मिनट तक लगा कर रखें, फिर ठंडे पानी से अपने बालों को अच्छे से धो लें। ऐसा करने से बाल
सिल्की और चमकदार हो जाएंगे।
हॉर्मोनल संतुलन :
हॉर्मोनल
संतुलन बालों के स्वास्थ्य के लिए जरुरी है क्योंकि हॉर्मोंन बालों की वृद्धि और
उनकी सेहत पर सीधा प्रभाव डालते हैं। अधिकांश मामलों में अच्छे हॉर्मोनल संतुलन से बालों की सेहत बनी
रहती है। विशेष रूप से अंधरूनी हॉर्मोन्स जैसे कि थायरॉइड हॉर्मोन्स, एस्ट्रोजन और प्रोगेस्टेरोन, बालों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते
हैं और हॉर्मोनल असंतुलन जो अक्सर तनाव, अनियमित
भोजन और अन्य कारणों से हो सकता है जिससे बालों का झड़ना, रूखापन जैसी समस्याएँ होती है। हॉर्मोन स्तर की
जाँच करवाएं और यदि आवश्यक हो तो उपचार करवाएं।
तनाव प्रबंधन :
बालों
के गिरने का मुख्य कारण तनाव भी हो सकता है। तनाव प्रबंधन बालों के गिरने की समस्या को कम
करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह तनाव को कम करके हॉर्मोन्स को संतुलित रखने में मदद
करता है, जिससे बालों का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है। योग और मेडिटेशन तकनीकों का
अभ्यास भी तनाव को दूर करने में उपयुक्त होते हैं। यदि बालों के गिरने की समस्या
बनी रहती है तो किसी बालों के विशेषज्ञ से सलाह लेना उचित होगा।
चिकित्सा सहायक :
यदि
बाल लगातार गिर रहें हैं और घरेलू उपायों से नहीं ठीक हो रहे हैं, तो तुरंत अच्छी चिकित्सा सेवाओं का सहारा लेना
चाहिए। किसी अच्छे बालों के विशेषज्ञ से उपचार करवाना चाहिए।
निष्कर्ष :
बालों
का गिरना एक सामान्य समस्या है, जो कई कारणों से हो सकती है और इसका सही निदान आवश्यक है। इस लेख में बताया
गया है कि बालों के गिरने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे उम्र का बढ़ना, आहार, वातावरण और अन्य स्वास्थ्य संबंधित परेशानी। और अन्य
कारणों में केमिकल उक्त तेलों का उपयोग, स्ट्रेस, अनियमित दिनचर्या और धूम्रपान शामिल होता हैं। साथ ही विटामिन और मिनरल की कमी से भी बाल गिरते है। इस
समस्या का सही निदान करने के लिए व्यक्ति को अपने आहार, दिनचर्या और स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए। बालों के
गिरने की समस्या का सही निदान व्यक्ति की व्यक्तिगत स्थिति पर निर्भर करता है।
बाल क्यों झड़ते हैं? कारण एवं उपाय :
अस्वीकरण :
यह लेख केवल शिक्षा के उद्देश्य के लिए व सामान्य जानकारीपूर्ण है, यह जानकारी किसी भी तरह से योग्य पेशेवर चिकित्सकीय सलाह नही है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल FAQ :
कौन सी कमी से बाल झड़ते हैं?
बालों के झड़ने की कई कारण होते हैं जिनमें विटामिनस और मिनरल की कमी भी शामिल है। विटामिन डी, आयरन, जिंक, बी12 और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स की कमी बालों को पोषण नहीं पहुंचने के कारण झड़ते है। इसके अलावा प्रोटीन की कमी के कारण भी बाल झड़ने लगते है। सही आहार, विटामिन और मिनरल सप्लीमेंट्स का सेवन और अच्छी देखभाल से इस कमी को पूरा किया जा सकता है।
क्या खाने से बाल घने होते हैं?
बालों को घना बनाने के लिए सही आहार का महत्वपूर्ण योगदान होता है, जिसमे प्रोटीन, जिंक, आयरन, विटामिन E और विटामिन C बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। आहार में फल, सब्जियां, दही, अंडे, मूंग दाल, बादाम जैसे पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए और अधिक से अधिक पानी पीना भी बालों के लिए हेल्दी रहता है।
क्या झड़े हुए बाल फिर से वापस आ सकते हैं?
हाँ, झड़े हुए बाल फिर से वापस आ सकते हैं यह बालों के पुनर्निर्माण की सामर्थ्य और सही देखभाल पर निर्भर करता है। सही आहार, विटामिन और मिनरल सप्लीमेंट्स का सेवन और ठीक तरीके से बालों की देखभाल से बालों की क्षमता में सुधार हो सकता है। इसके अलावा, चिकित्सक द्वारा बताये गये उपायों और चिकित्सा उपचार का पालन करने से बालों की गिरने की समस्या में सुधार हो सकता है और नये बाल उगने शुरू हो सकते है।
कौन से विटामिन से बाल घने होते है?
बालों को घना व मजबूत बनाए रखने के लिए कुछ विटामिन और मिनरल्स अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। विटामिन A, विटामिन C, विटामिन D और विटामिन B-कॉम्प्लेक्स बालों को मजबूती प्रदान करते हैं। और बालों के स्वास्थ्य को अच्छा बनाये रखते हैं इसके साथ ही जिंक, आयरन और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स भी बालों को पोषण पहुंचाने में मदद करते हैं। इन सभी आहारिक पदार्थों का सेवन करने से बालों को घना बनाने में मदद मिलती है।
कम उम्र में बाल झड़ने का मुख्य कारण क्या है?
कम उम्र में बालों के झड़ने का मुख्य कारण विभिन्न हो सकता है, लेकिन एंड्रोजेनेटिक एलोपेशिया (AGA) एक सामान्य कारण है जो युवा उम्र में होता है। इसमें आंध्रोजन, एक पुरुष हार्मोन, के प्रभाव से बालों का झड़ना होता है। जेनेटिक प्रवृत्ति, तनाव और अनुवांछिक कारण भी इसमें शामिल हो सकते हैं। इससे बचाव के लिए स्वस्थ आहार, स्वस्थ जीवनशैली और चिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
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